पालघर मॉब लिंचिंग केस:दो साधुओं और एक ड्राइवर को पिटते देखकर बचाने के लिए नहीं आने वाले तीन पुलिसकर्मी बर्खास्त

Crime News

कोंकण रेंज के पुलिस महानिरीक्षक ने जारी एक आदेश में तीनों पुलिसकर्मियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया
पालघर मॉब लिंचिंग घटना के बाद से 5 पुलिसकर्मी निलंबित चल रहे थे, इनमें ये तीन भी शामिल थे

महाराष्ट्र के पालघर में 16 अप्रैल की रात दो साधुओं और एक ड्राइवर की पीट-पीट कर हत्या के मामले में तीन पुलिसकर्मियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। इन तीनों पर हिंसा के दौरान भीड़ को नहीं रोकने और साधुओं को जान बूझकर पिटते रहते देने का आरोप है। इनमें सहायक पुलिस निरीक्षक आनंदराव काले, सहायक पुलिस निरीक्षक रवि सांलुके और कांस्टेबल नरेश धोडी शामिल हैं। आनंदराव उस दौरान पालघर के कासा पुलिस थाने के प्रभारी थे।

कोंकण रेंज के पुलिस महानिरीक्षक ने जारी एक आदेश में तीनों पुलिसकर्मियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया है। घटना के बाद से 5 पुलिसकर्मी निलंबित चल रहे थे, इनमें ये तीन भी शामिल थे। इनके खिलाफ जांच हुई है और जांच के बाद यह कार्रवाई की गई है। घटना को लेकर महाराष्ट्र पुलिस लगातार निशाने पर रही है।

जिन तीन लोगों की हत्या हुई है, उनमें जूना अखाड़े के महाराज कल्पवृक्ष गिरि (70), उनके सहायक सुशील गिरि महाराज (35) और उनके ड्राइवर नीलेश तेलगड़े (30) शामिल थे।

ऐसे हुई थी साधुओं की हत्या

पालघर के गढ़चिंचले गांव में 16 अप्रैल को दो साधुओं और उनके वाहन चालक की भीड़ ने बच्चा चोर होने के संदेह में पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। वे लोग सूरत जा रहे थे। पुलिस ने बताया कि मामले में करीब 154 लोगों को गिरफ्तार किया गया और 11 नाबालिगों को हिरासत में लिया गया। मामले की जांच महाराष्ट्र सीआई को सौंपी गई थी, जिसने अदालत में तीन आरोपपत्र दाखिल किए हैं। सरकार ने पालघर जिला पुलिस प्रमुख गौरव सिंह को भी अवकाश पर भेज दिया था।

Police Batmi

How useful was this post?

Click on a star to rate it!

Average rating 0 / 5. Vote count: 0

No votes so far! Be the first to rate this post.

Leave a Reply